चीन की कर्ज देकर गुलाम बनाने वाली चाल से श्रीलंका भी अब परेशान होने लगा है। यह चीन का कोई नया हथकंडा नहीं है। श्रीलंका से पहले चीन पाकिस्तान, नेपाल, इंडोनेशिया जैसे कई देशों में यह कार्ड खेल चुका है। अब श्रीलंका को कर्ज के एहसान तले दबाने में जुट गया है। इससे श्रीलंका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा होने लगा है। श्रीलंका के बंदरगाहों पर चीन के जासूसी जहाजों की मौजूदगी से भारत की सुरक्षा में भी सेंध लगाने की कोशिश हो रही है। इससे श्रीलंका नई मुसीबत में घिर चुका है। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को कहा कि बढ़ती अंतरराष्ट्रीय प्रतिद्वंद्विता के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति की समीक्षा की जायेगी।